Sports Job and Scope of Physical Education — sportsgo

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7 min readFeb 1, 2021

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शारीरिक शिक्षा की पढाई करने के बाद जॉब के लिए कहाँ apply करें, after B.P.E.d or M.P.E.D scope for job in Physical Education

Today we will learn about scope of Physical Education. And I will draw your attention towards job in school’s through Sports Companies with handsome salaries starting from 16 k to 28 k

Sports Journalism

आज के वर्तमान और वैगनिक खेल युग मे खेल पत्रकारिता का बहुत महत्त्व है क्योंकि पत्रकारिता द्वारा खेल को समाज तक पहुँचाया जा रहा है और इस पत्रकारिता मे खेल का ज्ञान, खेलों के नियम आदि की जानकारी अत्यंत आवश्यक है जो की शारीरिक शिक्षा द्वारा ही प्राप्त होती है ी

Health Education

किसी विद्यालय मे स्वास्थ्य शिक्षा को प्रदान करने का अभिप्राय छात्रों को स्वास्थ सम्बन्धी आदतों को सिखाना एवम उनके स्वास्थ को बनाये रखना है ी

Occupational Health — व्यावसायिक स्वास्थ

मनुष्य वर्तमान जीवन मे अपना जीवन यापन करने के लिए किसी न किसी व्यवसाय मे लगा हुआ है I चाहे वो किसी कारखाने मे कार्य करता हो या हॉस्पिटल, कोर्ट इत्यादि मे कार्य करता हो । शारीरिक शिक्षा के माध्यम से हम व्यावसायिक स्वास्थ को बनाय रखने के लिए उसका प्रबंध करते हैं I

Sports Physiology — खेल शरीर क्रिया विज्ञानं

खेल विज्ञानं की इस शाखा के अन्तर्गत शरीर की विभिन्न अंगो तथा उनकी क्रियाओं द्वारा खेलों पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्यन किया जाता है I

Anatomy — शरीर रचना विज्ञान

इस विज्ञानं के अंतर्गत शरीर के विभिन्न अंगो व तंत्रों की रचना का अध्यन किया जाता है ी

Sports Psychology — खेल मनोविज्ञान

इसके अन्तर्गत खेल सम्बंधित खिलाडी के व्यव्हार तथा खेल प्रदर्शन को प्रभावित करने वाले कारको का अध्यन किया जाता है I

Sports Sociology — ( खेल समाजशास्त्र ) इसके अंतर्गत खेल सम्बंधित समाजशास्त्रीय पहलुओं का अध्यन किया जाता है I

Bio-mechanics — ( जैव यांत्रिकी विज्ञान ) इसके अन्तर्गत खेल कौशल सम्बंधित जैव यांत्रिकी का अध्यन किया जाता है I

आधुनिक युग मे शारीरिक शिक्षा के छेत्र मे केवल शरीर संरचना प्रक्रियाए, जिम्नास्टिक, ड्रिल, तथा मार्चिंग ही नहीं आते अपितु विध्यार्तीयों के बहुपक्षीय अर्थात उसके मानसिक, शारीरिक, सामजिक तथा नैतिक विकास का असंख्य क्रीड़ाओं द्वारा प्रयत्न किया जाता है I जिसमें निम्नलिखित प्रक्रियाओं तथा कार्यक्रमों का समावेश है -

Sports medicine and corrective Exercises

1. Sports medicine and corrective Exercises — इन प्रक्रियाओं द्वारा विध्यार्ती के शारीरिक अंगो की कमज़ोरियों, चोटों एवम विकृत्यों का शोधन किया जाता है I

2. Games sports and swimming- इसमे Athletics, Table Tennis, Hockey, Football, Basketball, Volleyball, Cricket, Handball, Swimming आदि क्रियाएँ आती हैं ी

3. Self Defence Exercises — इसमें दंड निकालना, कुश्ती, बॉक्सिंग, लाठी चलाना, जूडो, कराटे, पुल अप्स आदि आत्मरक्षक क्रियाये कराई जाती हैं I

4. Fundamental Exercises — इस छेत्र मे शरीरी का संतुलन ठीक रखा जाता है संतुलन के लिये चलना — फिरना, भागना, चढ़ना, उतरना, आदि क्रियाये शामिल हैं I

5. Rythmic Exercises — तालक्रियाएँ — इसमे लेजियम, डंबल, ड्रम, इंडियन क्लब, एरोबिक्स आदि क्रियाएं आती हैं, जिससे की एक व्यक्ति क्रियाओं को एक लयबद्ध ताल मे करता है I

6. Recreation Activities — इसके अंतर्गत खली समय मे की जाने वाली क्रियाए आती हैं जैसे शिविर, लम्बी दूरी तक पैदल चलकर सैर करना, मछली पकड़ना आदि

7. Yoga Exercises — इसमे विभिन्न आसन, प्राणायाम तथा अन्य योगिक क्रियाए शामिल हैं ।

यदि आपने भी शारीरिक शिक्षा की पढाई की है :

बी पि एड अथवा म पि एड और जॉब के विकल्प ढून्ढ रहे हैं तो आपको निम्न बिंदुओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है ।

1. School — स्कूल मे बाकी सब्जेक्ट टीचर्स की तरह फिजिकल एजुकेशन टीचर की भी आवश्यकता होती है । हर स्कूल मे दो पि इ टी यानी फिजिकल एजुकेशन टीचर अनिवार्य होते हैं । कुछ स्कूलों मे preप्राइमरी पि इ टी भी होते हैं अतः आप सर्वप्रथम स्कूल मे games and sports teacher job के लिए apply कर सकते हैं।

2. केंद्रीय विद्यालय — के 0 वि स्कूलों मे हर साल फरवरी-मार्च मे फिजिकल एजुकेशन टीचर की vacancy आती है यह contract base होती है अतः केवल एक साल के लिए होती है किन्तु एक बार अनुभव लेने के बाद अन्य के 0 वि स्कूल्स के दरवाजे भी आप के लिए खुल जाते हैं। salary package 21,000 to 26,000 होता है यह फिक्स salary है जो हर साल एक हज़ार का इंक्रीमेंट होने पर बढ़ता भी है।

3. केंद्रीय विद्यालय मे सरकारी टीचर हेतु अप्लाई करे- हर साल Nov — December और कई स्कूलों मे February मे सरकारी शिक्षकों की भर्ती हेतु परीक्षा होती है। ध्यान रहे apply करने के लिए फॉर्म काफी पहले भरे जाते हैं जिसकी जानकारी ऑनलाइन मिल जाती है। minimum salary 40,000 plus होती हैं यह भी हर राज्य मे थोड़ी भिन्न होती है।

3. आर्मी स्कूल — के 0 वि स्कूल्स की तरह आर्मी स्कूल भी अच्छा विकल्प है यहाँ भी आप कॉन्ट्रैक्ट बेस तथा सरकारी शिक्षकों की भर्ती के लिए apply कर सकते हैं।

4. College — यदि आपने M.P.E.D किया है तो ही आप कॉलेज मे शिक्षक के लिए आवेदन भर सकते हैं।

5. Private School — फिजिकल एजुकेशन की डिग्री प्राप्त करने के बाद जॉब का अनुभव लेने के लिए प्राइवेट स्कूल्स सबसे आसान विकल्प है। किन्तु यहाँ salary का कोई मापदंड नहीं है वह आपके interview पर निर्भर करता है तथा स्कूल की ग्रोथ पर भी निर्भर करता है। Delhi, Mumbai, Bangalore मे आपको आसानी से 20,000 रूपए तक मिल जाते हैं।

परन्तु ज़्यादातर शहरों मे शिक्षक अपनी योग्यता से कही कम वेतन पर काम करते हैं 5,000–6,000 जो की किसी भी कीमत मे नाकाफी ही नहीं बल्कि ग़लत भी है। क्योंकि कम वेतन मे प्राइवेट स्कूल कई ऐसे शिक्षक भी रख लेते हैं जिनके पास या तो उचित शिक्षा सम्बन्धी डाक्यूमेंट्स नहीं होते हैं या अभी वे खुद भी किसी बी 0 एड कॉलेज में पढ़ ही रहे होते है।

यह वाकय मे हमारे देश का दुर्भाग्य है। सोचिये ऐसे शिक्षक जो अभी खुद भी पढ़ रहे है वे दसवीं बारवी के विध्यार्तीयों को क्या और कैसे पढ़ाते होंगे, शिक्षा महज़ एक खानापूर्ति बन कर रह गई है ।

एक हकीकत यह भी है की भले ही ये शिक्षक 5–6 हज़ार महीना वेतन ले रहे हों परन्तु प्राइवेट स्कूल अपने कंप्यूटर में एक ऐसा डाटा फीड करते हैं जिसके अनुसार इन शिक्षकों को कई ज़्यादा वेतन दिया जा रहा है लगभग 18–20 हज़ार और यही आंकड़ा वे सरकार के पास भेजते हैं ।

हैरानी तो तब होती है जब सरकार को इस हेरा फेरी का पता नहीं चलता है वो भी नजाने कितने सालो से ऐसा चला आ रहा है और कितने सालो तक और चलेगा ।

सच कहूं तो जवाब मेरे पास है, और आपके पास भी।

ऐसा तब तक चलेगा जब तक हर 5 साल के बाद ठीक इलेक्शन से पहले L T की vacancy आती रहेगी। ऐसा तब तक चलेगा जब तक एक शिक्षक एक क्लास मे 40 बच्चों को पढ़ाता या कह लीजिये attend करता रहेगा। ऐसा तब तक चलता रहेगा जब तक मंत्रियों के बच्चे इन स्कूल्स मे नहीं पढ़ेंगे । सरकारी स्कूल्स का हाल तो किसी से छुपा नहीं है। वहां शिक्षकों की ज़बरदस्त कमी है पर फिर भी vacancy क्यों नहीं आती है हर साल vacancy के नाम पर महज़ खानापूर्ति क्यों होती है।

ऐसा लगता है मानो “सरकार उस कबूतर के समान है जो अपनी गलतियों को आँख बंद करके देखता है।”

किसी भी देश का स्तर तब ही बढ़ सकता है जब वहां मुख्यतः 2 पहलुओं को प्राथमिकता दी जाय 1st स्वास्थ तथा 2nd शिक्षा, पर भारत मे दोनों ही गिनती मे सबसे निचले स्तर पर हैं। यदि Top -10 की गणना हो तो 10th नंबर पर स्वास्थ तथा 9th नंबर पर शिक्षा कई सालों से विराजमान हैं, पर नजाने अब तक गिनिस बुक मे नाम दर्ज क्यों नहीं करवा पाए।

मित्रों आपको ये सब जान कर थोड़ा दुःख ज़रूर हुआ होगा और यदि आपको job का थोड़ा भी अनुभव होगा तो ये सब आप जानते ही होंगे बहरहाल कुछ अच्छी खबर यह है की अब स्पोर्ट्स जॉब के लिए कुछ अच्छे platform भी सामने आ रहे हैं जो आपको स्कूल्स मे ही placement देंगे।

इनकी सिर्फ एक कंडीशन रहती है की ये आपको शुरू के 2 साल आपकी होम लोकेशन मे प्लेसमेंट नहीं देते है पर पैकेज आपको अच्छा देते है minimum salary 16,000- 28,000 जोआपके इंटरव्यू पर निर्भर करता है।

यह मेरा पर्सनल अनुभव है मैंने भी Edu Sports company में काम किया है। वह मेरा 1st स्कूल जॉब था और मुझे 21,000 पैकेज मिला था। स्पोर्ट्स कंपनी में जॉब करने का फायदा ये है की सैलरी आपको समय पर मिलती है और काफी कुछ सीखने को भी मिलता है।

कुछ स्पोर्ट्स कंपनियों के नाम -

1. Edu Sports

2. Fito Kids

3. Kid Shapers

Originally published at https://sportsgo.in on February 1, 2021.

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